UP Gehu Kharid Registration 2023, eproc.up.gov.in ऑनलाइन किसान पंजीकरण, ई-क्रय प्रणाली

उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के किसानों की गेहूं की फसल खरीदने के लिए यूपी गेहूं खरीद ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया है। वे सभी किसान जो अपनी फसल राज्य सरकार को बेचना चाहते हैं, वे उत्तर प्रदेश गेहू खरीद ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। इसके लिए राज्य सरकार ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, उत्तर प्रदेश के सहयोग से ई-उपार्जन प्रणाली/ई-उपार्जन पोर्टल प्रारंभ किया है। इस पोर्टल पर पंजीकरण कराकर किसान उचित मूल्य पर अपनी फसल बेच सकते हैं। वर्ष 2023 के लिए यूपी गेहूं खरीद ऑनलाइन किसान पंजीकरण शुरू कर दिया गया है, सभी नागरिक इस लेख में आगे दिए गए सरल चरणों का पालन करके यूपी गेहू खारीद के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।

उत्तर प्रदेश ई-क्रय प्रणाली

हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2023 के लिए गेहूँ क्रय के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इस संबंध में निर्देश देते हुए कहा गया है कि किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। क्रय केंद्र पर। इस साल एक अप्रैल से यूपी में गेहूं खरीद की व्यवस्था शुरू की गई थी, जो अगले 15 दिनों तक जारी रहेगी. राज्य सरकार ने इस वर्ष 60 लाख मीट्रिक टन गेहूं उपार्जन का लक्ष्य रखा है। बताते चले कि गेहूं खरीद केंद्रों पर किसान अपनी फसल एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर बेच पा रहे हैं। कोई भी किसान जो अपनी फसल बेचना चाहता है, वह ई-उपार्जन प्रणाली के आधिकारिक पोर्टल पर जाकर अपना पंजीकरण करा सकता है। पंजीकरण की प्रक्रिया ऑनलाइन उपलब्ध होने से नागरिक घर बैठे उत्तर प्रदेश गेहू खारिद ऑनलाइन पंजीकरण का लाभ उठा सकेंगे और इससे उनके समय और पैसे दोनों की बचत होगी।

यूपी गेहूं खरीद का उद्देश्य

हमारे देश के किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है और ऐसे में किसानों की फसल का समय खत्म हो गया है। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए हमारे देश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा UP Gehu Kharid Portal की शुरुआत की गई है। इस पोर्टल के तहत हमारे देश के किसान आसानी से अपनी फसल खरीद और बेच सकते हैं। Gehu Kharid Portal के तहत किसान अपना जीवन सही ढंग से जी सकेंगे और प्राप्त धन सीधे नागरिकों के बैंक खातों में भेजा जाएगा। ऑनलाइन सुविधा के तहत अपनी फसल को बेचने और खरीदने में सक्षम होने से नागरिकों को काफी राहत मिलेगी और इसके साथ ही घर बैठे अपना पंजीकरण करा पाने से किसानों के समय के साथ-साथ पैसे की भी बचत होगी। इस तरह से समय की बचत होने से किसान अपने खेतों में अधिक समय दे सकेंगे और अपनी फसल की बेहतरी के बारे में सोच भी सकेंगे।

UP Gehu Kharid Portal Overview

पोर्टल का नाम UP गेहूं खरीद
आरम्भ की गई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा
वर्ष 2023
लाभार्थी राज्य के किसान
आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन
उद्देश्य किसानों की फसलें समय से बेच कर लाभ प्राप्त करना
लाभ किसान ऑनलाइन माध्यम से अपनी फसल बेच सकते हैं
श्रेणी उत्तर प्रदेश सरकार योजनाएं
आधिकारिक वेबसाइट https://eproc.up.gov.in/Uparjan/Home_Reg.aspx

 

आवश्यक दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
  • बैंक अकाउंट पासबुक
  • मोबाइल नंबर

MSP पर 1 अप्रैल से शुरू होगी गेहूं की खरीद

उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा है कि एक अप्रैल से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गेहूं की खरीद की जाएगी। विभाग 15 जून तक सरकार के निर्देशानुसार सीधे किसानों से गेहूं खरीदेगा। यह खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य 1,975 रुपये प्रति क्विंटल गेहूं की होगी। उत्तर प्रदेश के खाद्य आयुक्त मनीष चौहान ने बताया कि इस वर्ष गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है. गेहूं की बिक्री के लिए किसानों को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की हाल ही में शुरू की गई वेबसाइट पर पंजीकरण कराना होगा। किसान साइबर कैफे या जन सुविधा केंद्रों के माध्यम से अपना पंजीकरण करा सकते हैं।

ई क्रय प्रणाली के लाभ एवं विशेषताएं

  • यूपी गेहूं खरीद पोर्टल माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शुरू किया गया है।
  • पोर्टल का उपयोग करके हमारे देश के किसान बड़ी आसानी से अपनी फसल खरीद और बेच सकते हैं।
  • सभी किसानों को अपनी फसल को मंडियों में ले जाने से पूर्व उपरोक्त जन वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण कर टोकन प्राप्त करना होगा।
  • पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष गेहूँ उपार्जन का न्यूनतम समर्थन मूल्य 50 रुपये से बढ़ाकर 1975 रुपये किया गया है।
  • किसानों को ई-क्रय प्रणाली पर ऑनलाइन पर्ची सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी, जिसके माध्यम से वे क्रय केंद्रों का रिकॉर्ड रख सकेंगे।
  • भंडारण गोदामों सहित सभी क्रय केंद्रों की जियो टैगिंग की जाएगी, जिससे वे अपना रिकार्ड ठीक रख सकें।
  • यूपी गेहूँ उपार्जन पोर्टल पर ही क्रय केन्द्रों पर गेहूँ उपार्जन के लिए पीओपी मशीनों के तहत बायोमीट्रिक प्रमाणीकरण प्रारंभ कर दिया गया है।
  • यूपी गेहू खारीद पोर्टल की इस सुविधा को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए केन्द्रों के लिए पोस्ट डिस्प्ले चेंज स्थापित करने में मदद दी जाएगी।
  • अप्रैल-मई के ग्रीष्मकाल में केन्द्रों पर अधिकारियों द्वारा पेयजल एवं बैठने की व्यवस्था की जायेगी।

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के 3,99,935 किसानों से की गई गेहूं खरीद

उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए एक ऑनलाइन सुविधा जारी की है, जिसके जरिए किसान आसानी से गेहूं बेच सकते हैं। इस ऑनलाइन पोर्टल को पूरे राज्य में सफलतापूर्वक लागू कर दिया गया है और इस यूपी ई-उपार्जन प्रणाली के माध्यम से अब तक 20.50 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। राज्य में रहने वाला हर किसान इस डिजिटल सुविधा का लाभ उठा सकता है, इसके उपयोग के लिए कोई विशेष पात्रता मानदंड नहीं रखा गया है। इस डिजिटल माध्यम से लगभग 3,99,935 किसान अपनी फसल बेच चुके हैं, जिससे उनके समय की भी काफी बचत हुई है।

किसानों द्वारा बेची गई फसल की खरीद की जिम्मेदारी 11 एजेंसियों को सौंपी गई थी। वहीं इन एजेंसियों में से सात एजेंसियों ने अपने क्रय केंद्र संचालित कर रखे हैं. इसके अलावा राज्य में लगभग 3252 क्रय केन्द्र हैं, जिनका संचालन राज्य सहकारी संघ द्वारा किया जाता है। इन क्रय केंद्रों से अब तक करीब नौ लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है।

गेहूं की खरीद में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाएगी

प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद वीणा कुमारी ने प्रस्तावित उपार्जन नीति के संबंध में प्रस्तुतीकरण दिया. इस प्रस्तुति में मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न सुझाव प्रस्तुत किए गए। उन्होंने कहा कि क्रय केन्द्रों पर विभिन्न प्रकार के उपकरण जैसे नमी मापक यंत्र, डबल मेश स्पिल, इलेक्ट्रानिक फोर्क आदि उपलब्ध कराये जायें। यह सभी उपकरण 10 मार्च तक क्रय केंद्रों पर उपलब्ध करा दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि इस वर्ष ई-पॉप मशीनों के माध्यम से बायोमीट्रिक प्रमाणीकरण के माध्यम से गेहूं की खरीद की व्यवस्था की जाएगी। इस सिस्टम से पारदर्शिता आएगी। इस साल गेहूं की खरीदी भी होगी।

यूपी गेहूं खरीद अप्रैल 2023 से होगी शुरू

29 जनवरी 2021 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गेहूं खरीदने का निर्देश दिया था. यह गेहूँ उपार्जन 1 अप्रैल 2021 से प्रारम्भ किया जायेगा। गेहूँ उपार्जन के तहत किसानों को किसी भी उपार्जन केन्द्र पर किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। भंडारण गोदामों एवं क्रय केन्द्रों में गेहूँ की सुरक्षा के सभी प्रबंध किये जायेंगे। इस साल गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 50 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। अब गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर 1975 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। गेहूं उपार्जन 2021-2023 के संबंध में समय सारिणी एवं प्रस्तावित उपार्जन नीति को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गयी. इस बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जल्द ही गन्ना किसानों की तरह गेहूं किसानों को भी ऑनलाइन पर्ची की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जिन एजेंसियों का ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा नहीं होगा उन्हें काम नहीं दिया जाएगा। सभी क्रय केन्द्रों एवं भण्डारण गोदामों पर टैगिंग की जायेगी, जिससे किसानों को लाभ होगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा दिशा निर्देश

  • बायोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिपहॉप मशीन के जरिए पारदर्शिता के लिए की है.
  • अब से क्रय केन्द्र पर गेहूँ की खरीद बायोमीट्रिक प्रमाणीकरण से की जायेगी तथा इस वर्ष बटाईदारों से भी गेहूँ खरीदा जा सकेगा।
  • हमारे देश के किसानों की मदद के लिए ग्राम पंचायतों में क्रय केंद्रों के साइनपोस्ट लगाए जाएंगे और क्रय केंद्रों की जानकारी वाली वॉल पेंटिंग की जाएगी.

यूपी गेहूं खरीद पोर्टल आवेदन के लिए पात्रता

यूपी गेहूं खरीद पोर्टल के तहत अपना आवेदन करने के लिए राज्य सरकार द्वारा कोई विशिष्ट पात्रता मानदंड निर्धारित नहीं किया गया है,
लेकिन नीचे बताई गई बातों का ध्यान रखना अनिवार्य होगा:-

  • किसानों को अपनी जमीन से संबंधित जानकारी जैसे खसरा खतौनी खसरा नंबर और जमीन के रख-रखाव की जानकारी देना अनिवार्य है।
  • यूपी गेहूं खरीद किसान पंजीकरण 2023 के तहत खेत के राजस्व रिकॉर्ड से संबंधित जानकारी देना अनिवार्य है।

UP गेहूं खरीद ऑनलाइन किसान पंजीकरण 2023

इच्छुक लाभार्थी जो इस ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीकरण करना चाहते हैं, उन्हें नीचे दिए गए चरणों का पालन करना चाहिए।

  • सबसे पहले आवेदक को यूपी गेहूं खरीद ऑनलाइन किसान पंजीकरण आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। ऑफिशियल वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने होम पेज खुल जाएगा।
  • इस होम पेज पर आपको “गेहूं खरीद के लिए किसान पंजीकरण” का विकल्प दिखाई देगा। आपको इस ऑप्शन पर क्लिक करना है।
  • ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद आपके सामने कंप्यूटर स्क्रीन पर अगला पेज खुल जाएगा। इसके बाद इस पेज पर 6 स्टेप खुल जाएंगे, जिन्हें आपको एक-एक करके भरना है।
  • सबसे पहले आपको रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर क्लिक करना होगा। क्लिक करने के बाद अगले पेज पर आपके सामने किसान पंजीकरण फॉर्म खुल जाएगा।
  • जहां आपको अपना मोबाइल नंबर और कैप्चा कोड भरना होगा। इसके बाद आपको आगे बढ़ने के लिए बटन पर क्लिक करना होगा।
  • जिसके बाद किसान रबी फसल (गेहूं उपार्जन) के लिए ऑनलाइन पंजीकरण फॉर्म खोलेगा। इस रजिस्ट्रेशन फॉर्म में आपको किसान का नाम, पता,
  • मोबाइल नंबर, आधार कार्ड नंबर, पिता, पति का नाम, तहसील, जिला आदि सभी जानकारी भरनी होगी।
  • सभी विवरण भरने के बाद आपको “रजिस्टर” बटन पर क्लिक करना होगा।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करने की प्रक्रिया

  • सबसे पहले आपको उर्वरक एवं रसद सार्वजनिक वितरण प्रणाली उत्तर प्रदेश विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद आपके सामने होम पेज खुल जाएगा।
  • वेबसाइट के होम पेज पर आपको खरीद के लिए किसानों के पंजीकरण के विकल्प पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुलेगा।
  • इस नए पेज पर आपको “डाउनलोड मोबाइल एप” के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • आपके द्वारा इस पर क्लिक करने के बाद मोबाइल ऐप आपके डिवाइस पर डाउनलोड हो जाएगा। इसके बाद आपको इस ऐप को इंस्टॉल करना होगा।
  • इस तरह आप अपने डिवाइस पर मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं।

किसान पंजीकरण प्रारूप

  • किसान भाई ई-प्रोक्योरमेंट सिस्टम (ई-प्रोक्योरमेंट) के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरने से पहले आवेदन पत्र का प्रारूप भी देख सकते हैं।
  • रजिस्ट्रेशन फॉर्म के माध्यम से फॉर्म में जानकारी दर्ज करने में आपको किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
  • रजिस्ट्रेशन फॉर्मैट की पीडीएफ कॉपी आप नीचे दिए गए डायरेक्ट लिंक पर क्लिक करके डाउनलोड कर सकते हैं।

ओटीपी सत्यापन कैसे करे?

यदि आप उत्तर प्रदेश राज्य के नागरिक हैं और आप 3 से अधिक बार बायोमेट्रिक सत्यापन में विफल रहे हैं तो आपको ओटीपी सत्यापन करना होगा, और हमने ओटीपी सत्यापन करने की प्रक्रिया नीचे दी है।

  • सबसे पहले आपको अपने मोबाइल फोन में e-procurement एप को ओपन करना होगा, इसके बाद आपको क्रय केंद्र प्रभारी का यूजर नेम और पासवर्ड डालना होगा।
  • सभी विवरण दर्ज करने के बाद आपको लॉगिन के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • इसके बाद आपको कृषक खोज के विकल्प पर क्लिक करना होगा, अब आपको कृषक की आईडी दर्ज करनी होगी और “सबमिट” के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • क्लिक करने के बाद आपको आधार ऑथेंटिकेशन के तहत Self or Nominee ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
  • इसके बाद आपको “Submit” के अंतर्गत इसे सेट करना है, और आपको बायोमेट्रिक स्कैन के बटन पर क्लिक करना है।
  • इसके बाद स्कैन फेल होने की स्थिति में आपके सामने ओटीपी पेज खुल जाएगा, अब आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा।
  • अब आपको इस ओटीपी को ओटीपी बॉक्स में दर्ज करना है और सबमिट के विकल्प पर क्लिक करना है।

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